करही के उपसरपंच महेंद्र बघेल की हत्या... 48 घंटे बाद मिला शव।
सरपंच पति सहित कुल 9 आरोपी पुलिस अभिरक्षा में घंटो रहा चक्का जाम पोस्ट मार्टम आज
सक्ती/ जिले करही गांव के उप सरपंच महेंद्र बघेल की रहस्यमयी गुमशुदगी के बाद अब हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। गुम होने के 48 घंटे बाद बघेल का शव साराडीह स्थित महानदी से बरामद किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पहले गला घोंटकर हत्या की और फिर शव को बरेकेल पुल से नदी में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या की साजिश में सरपंच का पति मुख्य सरगना बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार शव को कल पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश और दहशत का माहौल है।
शव साराडीह स्थित महानदी से बरामद
पुलिस ने गोताखोरों की टीम और ड्रोन की मदद से नदी में शव की तलाश तेज की। सोमवार शाम साराडाई गांव के पास महानदी में शव दिखाई दिया। 9 सितंबर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या की सटीक वजह और कहानी सामने आएगी।
मेरे बेटे को सरपंच पति ने बुलाया मृतक के पिता
महेंद्र बघेल के पिता और उनकी पत्नी ने मीडिया को बताया कि महेन्द्र बघेल के मोबाइल पर आखिरी काल सरपंच पति का आया था उसे मीटिंग के बहाने बुलाया गया है और जब वह वापस नहीं आया तो फोन किया गया तब से उसका मोबाइल बंद बताने लगा बताया यह भी जा रहा है कि रेत में कमीशन को लेकर उप सरपंच महेंद्र बघेल और सरपंच का विवाद चल रहा था।
पहले शराब पार्टी फिर गला दबाकर हत्या
पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने उप सरपंच महेंद्र बघेल की हत्या करने की बात कबूल कर ली. बताया जा रहा है कि उप सरपंच महेंद्र बघेल को शराब पार्टी के लिए स्कूल परिसर बुलाया. कुछ पेग छलकाने के बाद महेंद्र बघेल की गला दबा कर हत्या कर दी गई. बाद में शव और बाइक को नदी में फेंक दिया।
रेत की कमीशन को लेकर था विवाद !
बताया जा रहा है कि पंचायत को रेत से मिलने वाले कमिशन की बंदरबांट को लेकर उपसरपंच महेंद्र बघेल की हत्या की गई। हालांकि यह जांच का विषय है कि किन कारणों से हत्या हुई है। पुलिस ने मामले में गंभीरता से जांच शुरू करते हुए सरपंच के पति राजकुमार साहू सहित कुल 9 आरोपियों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की साजिश स्वीकार की और बताया कि उन्होंने गला दबाकर उपसरपंच की हत्या की थी। इसके बाद शव को बरेकेल पुल से महानदी में फेंक दिया था।
दर्ज की गई थी गुमशुदगी
महेंद्र बघेल के अचानक गायब होने के बाद उनके परिजनों ने 7 सितंबर को बिर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। साथ ही सरपंच के पति राजकुमार साहू पर पुरानी अनबन के चलते शक भी जताया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर राजकुमार साहू समेत अन्य आरोपियों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिससे हत्या का खुलासा हुआ।
परिजनों और ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
लापता उपसरपंच को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने आज सोमवार को बिर्रा मुख्य चौक पर सड़क जाम कर दिया। इससे यात्री बसों सहित सैकड़ों वाहन घंटों तक फंसे रहे और आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। आंदोलन के दौरान ग्रामीणों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए कहा- महेंद्र चाहिए, महेंद्र चाहिए। का नारा लगा रहे थे।
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