छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति महासंघ का गठन,
भूपेन्द्र सतनामी बने युवा प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष
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जांजगीर /अनुसूचित जाति महासंघ छत्तीसगढ़ की गठन सतनामी एकता एकरूपता विचार धारा को लेकर किया गया है । नाम का पहचान जाति से होना चाहिए जिनसे जाति का अपनापन होना स्वाभाविक होता है । आज हमारा समाज सतनामी नाम के बाद सरनेम लिखते हैं ना की जाति सर नेम उपजाति से किस वर्ग जाति का है पता नहीं चल पाता और अपने जाति समाज के बीच उठक बैठक नहीं हो पाते हर कार्यक्रम में समाज का तिलक श्वेत चंदन प्रयोग अधिक हो जनगणना में जाति सतनामी वर्ग अनुसूचित जाति स्पष्ट दर्ज कराएं आदि अनुसूचित जाति महासंघ प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार सतनामी द्वारा जांजगीर चांपा जिला से युवा प्रकोष्ट प्रदेशउपाध्यक्ष भूपेन्द्र सतनामी ग्राम भडोरा मालखरौदा ब्लाक को बनाया वही जिला अध्यक्ष डॉ ललित सतनामी कोषाध्यक्ष गेंद राम सतनामी, सचिव डॉ दिलीप सतनामी ,युवा प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सतनामी , युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष डॉ जगदीश सतनामी , परमेश्वर सतनामी , उपाध्यक्ष हुलासराम सतनामी, रोहित सतनामी, दिलीप कुमार सतनामी, प्रदीप सतनामीआदि को समाज उत्थान व संगठनात्मक के लिए कार्य कर रहे हैं । डॉ ललित सतनामी ने समाज के लोगों से नाम के बाद गोत्र छोड़ें सतनामी जोड़ें ।अपने माथे पर श्वेत चंदन सफेद टीका व नाम के बाद जाति लिखने का आह्वान किया है,वही प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सतनामी ने कहा की सतनामी समाज में हजारों संगठन बने हुए है मगर किसी भी संगठन में सामाजिक हित न होकर ब्यक्तिगत हित में लगे हुए हैं समाज के नाम पर सामाजिक लोग ही समाज की शोषण करने में लगे हैं इसे बदलने के लिये अनुसूचित जाति महासंघ सभी संगठन को एक मंच पर लाने के लिये कार्य करेगा इसी उद्देश्य से यह संघ बनाया गया है,कई समाजिक लोग समाज एकता की बात करते हैं मगर यही एकता को जोड़ने की बात करने वाले लोग चुनाव के वक्त क्यों बदल जाते है इन लोगो को उस वक्त समाज एकता की याद नही आती क्यों आपस में लड़ते है,यदि समाज एकता की बात करते हो तो किसी भी चुनाव में सतनामी समाज का एक ही उम्मीदवार क्यों नही बनाते हो हर चुनाव में समाज का निर्विरोध उम्मीदवार पदाधिकारी बनावो चुनो तब कहना समाज एकता और बहुजन एकता की बात अपनी ब्यक्तिगत और राजनितिक रोटी सेकने का काम छोडो और समाजहित में काम करो यही आशा और विश्वास रखते हैं।
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